केन्द्रीय विभागों के उच्च अधिकारियां का दफ्तर आना शुरू


COVID-19 के खतरे के बीच केंद्र सरकार के विभागों के उच्च अधिकारी अब वर्क फ्रॉम होम छोड़कर ऑफिस पहुंचने लगे हैं। शास्त्री भवन पहुंच रहे अधिकारियों की आज कुछ तस्वीरें सामने आईं जिसमें टेंपिरेचर गन से उनकी जांच की जा रही थी।  महामारी के कारण लागू लॉकडाउन के मद्देनजर ठप पड़े देश को फिर से पटरी पर लाने के उद्देश्य से सरकार ने निर्णय लिया है कि सभी केन्द्रीय मंत्री सोमवार से अपने कायार्लयों में आकर काम करेंगे और उनके साथ-साथ मंत्रालयों तथा विभागों के उच्च अधिकारी भी कायार्लयों में आएंगे। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि लॉकडाउन के कारण ठप पड़े देश की सरकारी मशीनरी का चक्का चलाने के लिए केन्द्रीय मंत्रियों को मंत्रालय स्थित कायार्लय में आकर काम करने को कहा गया है। 


इसके साथ ही मंत्रालय तथा विभागों में कार्यरत संयुक्त सचिव और उनसे ऊपर के पद पर आसीन अधिकारी भी कायार्लय आयेंगे। ये सभी अधिकारी सरकारी वाहन का इस्तेमाल करते हैं इसलिए इन्हें आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ही सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर स्थिति की समीक्षा की और कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया।  बैठक में अधिकतर राज्यों ने लॉकडाउन की अवधि दो सप्ताह और बढ़ाने का अनुरोध किया है। सूत्रों के अनुसार केन्द्र सरकार इस अनुरोध पर गंभीरता से विचार कर रही है लेकिन साथ ही उसने ठप पड़े सरकारी तंत्र को सक्रिय करने का भी निर्णय लिया है। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारी कायार्लयों में आकर योजना बनायेंगे जिससे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की दिशा में काम शुरू किया जा सके


देश में कोरोना पीड़ितों की तादाद नौ हजार के पार पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मरीजों की संख्या 9152 जबकि मृतकों की संख्या 308 तक पहुंच गई है। पिछले चौबीस घंटों में 35 की मृत्यु हो गई जबकि 705 और लोग कोरोना की चपेट में आए हैं। 25 मार्च को लॉकडाउन शुरू होने से पूर्व की संख्या देश में 606 थी तथा 25 मार्च के इसमें 17 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। 12 अप्रैल को कोरोना रोगियों की संख्या 8447 तक पहुंच गई है लेकिन दैनिक वृद्धि दर 17 फीसदी से घटकर 12.4% की करीब है। रोगियों की संख्या को यदि देखा जाए तो इनमें 1300 फीसदी का इजाफा हो चुका है। महाराष्ट्र कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित है।